
सुबह जब शिविका की आंख खुली तो उसने सामने देखा। उसके आंखों के सामने छत की सीलिंग दिखाई दे रही थी। शिविका के सर में बहुत तेज दर्द हो रहा था। उसका सर घूम रहा था कुछ समझ नहीं आ रहा था उसके साथ यह क्यों हो रहा है?
तभी उसकी नजर अपने बगल में सोते हुए लड़के पर गई चौंक गई। उसने एक बार खुद को देखा तो उसके बदन पर कोई कपड़ा नहीं था और वह लड़का भी बिना कपड़ों के ही उसके बगल में सो रहा था। यह सब देखकर शिविका यह तो समझ गई थी कि कल रात उन दोनों के बीच क्या हुआ है।
वह बेड से उठने लगी तो उसके बदन में बहुत तेज दर्द हुआ जिससे वह फिर से बैठ गई। उसने अपना पेट पकड़ लिया वह फिर से उठने की कोशिश करने लगी लेकिन वह उठ नहीं पा रही थी। वह उस लड़के के बारे में भी कुछ नहीं जानती थी ।
फिर भी रूम को देखकर वो इतना तो समझ गई थी कि जिसके साथ उसने रात बिताई थी वो कोई आम इंसान नहीं है । अब वह धीरे-धीरे उठने की कोशिश करने लगी । लेकिन उसके शरीर में इतना दर्द था कि वह उठ भी नहीं पा रही थी।
फिर भी उसने हिम्मत की और धीरे-धीरे बेड से उतर कर खड़ी हो गई। उसने ब्लैंकेट से खुद को कवर किया हुआ था। उसकी आंखों से लगातार आंसू बह रहे थे। उसने एक नजर अध्याय को देखा और फिर वॉशरूम में घुस गई।
आधे घंटे बाद वह वॉशरूम से बाहर आई और फिर से अध्याय को देखकर उस रूम से बाहर निकलने लगी। लेकिन तभी उसे कुछ ख्याल आया और उसने एक नोट लिखकर वहां छोड़ दिया फिर वहां से चली गई।
उसके जाने के 1 घंटे बाद उसे अध्याय की नींद खुली तो उसने अपने बगल में हाथ रखा लेकिन वहां कोई नहीं था। ये देख कर वह अचानक से बेड से उठ गया और अपने आसपास देखने लगा। वह इतना तो समझ गया की शिविका वहां से जा चुकी है और वह भी उसे बिना बताए।
यह सोचकर अध्याय का दिमाग खराब हो गया और वह गुस्से से बेड को घूरने लगा। तभी उसकी नज़र शिविका के छोड़े नोट पर गई। उसने नोट नोट को अपने हाथ में हाथ में लिया और जैसे ही उसे पढ़ना शुरू किया उसकी आंखें गुस्से से लाल हो गई।
नोट में लिखा था - आई एम सॉरी , मैं जानती हूं कि आप मुझे गलत समझ रहे होंगे । लेकिन यकीन करिए मैने जानबूझकर कुछ नहीं किया। कल मेरे दोस्त ने मेरी ड्रिंक स्पाइस कर दी थी ताकि वो मेरे नशे में होने का फायदा उठा सके। मुझे इस बात का अंदाजा हो गया था इसलिए मैं आपके रूम मे आ गई। लेकिन देखिए जो नहीं चाहती थी वही हो गया।
कल जो हुआ वो मेरी ज़िंदगी की सबसे बड़ी गलती थी। अगर मुझे पता होता कि कल मेरे साथ ये सब हो जाएगा तो मैं इस पार्टी में आती ही नहीं। मैं ये सब करना नहीं चाहती थी , फिर भी गलती तो मेरी ही है। आपकी कोई गलती नहीं है इसलिए आई एम रियल सॉरी। कल रात जो भी हुआ उसे भूल जाइएगा।
वैसे कहने की ज़रूरत नहीं है। आप तो वैसे भी मुझे भूल जाएंगे। आपमें और मुझमें ज़मीन आसमान का अंतर है। आपके पीछे तो कितनी ही लड़कियां पागल होंगी। आपको तो मैं याद भी नहीं रहूंगी, फिर भी आप मुझे गलत ना समझें इसलिए मैने ये नोट वहां छोड़ दिया है। I don't know how all that happened between us yesterday, but that was the biggest mistake of my life, for which I will always regret. Sorry again.
नोट पढ़ते ही अध्याय के हाथों की मुट्ठियां कस गई और उसने लेटर को अपने हाथों में मसल दिया। फिर उसने उस जगह पर हाथ फेरा जहां शिविका लेटी हुई थी और खुद से कहा - तुम ऐसे नहीं जा सकती जान । मेरे इतने करीब आने के बाद तुम मुझे छोड़ कर कैसे जा सकती हो ?
अब तो तुम्हें हमेशा हमेशा के लिए मेरी बाहों में कैद रहना होगा । अब तुम मेरी जान हो , मेरी जरूरत हो और मैं तुम्हें अपने आप से दूर कभी नहीं जाने दूंगा।तुमने बहुत बड़ी गलती कर दी मुझसे दूर जाकर । अब तुम देखो मैं क्या करता हूं ? तुम्हारी इस गलती की सजा तो तुम्हें जरूर मिलेगी। You will pay for it.
यह कहकर वह लड़का तुरंत बेड से खड़ा हुआ और वॉशरूम में चला गया। थोड़ी देर के बाद वह टॉवेल लपेटकर वॉशरूम से बाहर आया। अध्याय ने अपनी बॉडी पर सिर्फ एक टॉवल रैप की हुई थी। उसकी बॉडी पर अभी भी पानी की बूंदे थी और उसके बाल गीले थे।
उसके गीले बालों में से टपकता हुआ पानी उसकी बॉडी पर गिर रहा था। जिससे वह और भी ज़्यादा अट्रैक्टिव और हैंडसम लग रहा था। आधे घंटे बाद वो रेडी होकर रूम से बाहर निकला । उसने वह नोट अपने हाथ में उठा लिया और रूम से बाहर चला गया।
वह नीचे गया तो ड्राइवर खड़ा उसका इंतजार कर रहा था। वह एटीट्यूड से चलते हुए अपनी गाड़ी की तरफ बढ़ गया। क्लब में जितनी भी लड़कियां थी सब उसे हसरत भरी नजरों से देख रही थी। सबके दिल में उसे लेकर अरमान जाग रहे थे लेकिन वह बिना किसी को देखे अपनी गाड़ी में जाकर बैठ गया। ड्राइवर आगे गया और उसने गाड़ी स्टार्ट कर दी और थोड़ी देर बाद गाड़ी वहां से आगे निकल गई।
क्या करेगा अध्याय अब शिविका के साथ ?
क्या अध्याय नाम के तूफान से बच पाएगी शिविका ?
क्या होगा जब अध्याय और शिविका एक बार फिर आमने सामने होंगे ?
जानने के लिए पढ़िए ' ishq ya junoon ' only on sick.

Write a comment ...