
गाड़ी अपनी रफ्तार से आगे बढ़ रही थी और अध्याय के मन में तूफान उमड़ रहा था। जो कि बहुत जल्द शिविका की ज़िंदगी बर्बाद करने वाला था। अध्याय ने अपने हाथ में पकड़े नोट को घूरकर देखा और खुद से कहा - तुमने बहुत बड़ी गलती कर दी मुझसे दूर जाकर। तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। अब तुम्हें पता चलेगा कि अध्याय सूर्यवंशी कौन है ? तुम इस तरह अचानक से मेरी ज़िंदगी में आकर मुझसे दूर नहीं जा सकती।
ये कहते कहते अध्याय की आंखें गुस्से से लाल हो चुकी थीं। उसने ड्राइवर से अपनी सर्द आवाज़ में कहा - It seems you don't love your life. That's why you are driving so slowly. am I right ?
अध्याय की आवाज़ सुनकर ड्राइवर कांप उठा। उसने हड़बड़ाकर कहा - ससस सॉरी सर। इतना कहकर उसने गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी। थोड़ी देर बाद गाड़ी एक बड़ी सी बिल्डिंग के बाहर आकर रुकी । एक गार्ड ने जाकर गाड़ी का गेट खोला और अध्याय ऐटीट्यूड के साथ उसमें से बाहर निकला। उसने अपने कदम बिल्डिंग की तरफ बढ़ा दिए।
दरअसल वो अध्याय का ऑफिस था। उसके गार्ड ने चारों तरफ से उसे घेर रखा था। अध्याय उसी ऐटीट्यूड के साथ चलते हुए ऑफिस के अंदर की तरफ बढ़ने लगा। वहीं जब ऐम्प्लॉय्स ने देखा कि अध्याय आ रहा है तो वो चुपचाप अपनी काम करने लगे। वो नहीं चाहते थे कि उन्हें अध्याय के गुस्से का सामना करना पड़े।
वहीं सारी लड़कियां तो बस अध्याय की एक झलक पाने के लिए बेताब थीं। तभी अध्याय अपने बॉडीगार्ड्स के साथ अंदर आया और सामने लिफ्ट की तरफ जाने लगा। उसका औरा इतना खतरनाक था कि किसी ने उसकी तरफ देखने की भी हिम्मत नहीं की। वो उसी तरह चलते हुए लिफ्ट की तरफ बढ़ गया। उसने किसी की तरफ ध्यान भी नहीं दिया।
वहीं वो सरा लड़कियां जो इस उम्मीद में थीं कि शायद अध्याय की नज़र उनपर पड़ जाए और उनकी किस्मत अध्याय सूर्यवंशी के स्थ जुड़ जाए। वो मायूस होकर अपनी डेस्क पर बैठ गई। क्युंकि अध्याय ने उन्हें एक नज़र भी नहीं देखा। और ना ही वो सब उन्हें देख पाईं। क्युंकि अध्याय के चारों तरफ इतने गार्ड्स थे कि उसे देखना लगभग नामुमकिन था।
अब उन्हें कौन बताए कि वो जिसके सपने देख रही थीं , वो तो किसी और के पीछे पागल हो चुका था। अध्याय ने लिफ्ट के अंदर आकर तेरहवें फ्लोर का बटन प्रेस क्या । उसके गार्ड बाहर ही खड़े थे। क्युंकि तेरहवें फ्लोर पर अध्याय का केबिन था जहां जाने की पर्मिशन अध्याय के असिस्टेंट कबीर के अलावा किसी को नहीं थी।
वहीं दूसरी तरफ शिविका अपने कॉलेज के कैंटीन में बैठी थी। उसके चेहरे पर इस वक्त मायूसी थी। शिविका कहीं खोई हुई थी , तभी किसीने उसके सामने चुटकी बजाकर कहा - कहां खोई हुई है ?
शिविका ने सामने देखा तो वहां एक लड़की , जो शिविका की ही उम्र की थी, वो मुस्कुराते हुए उसे देख रही थी। शिविका ने उसे देखा तो मुस्कुराते हुए कहा - कुछ खास नहीं प्रिया , मैं बस तेरा ही इंतजार कर रही थी। वैसे तू इतनी देर से क्युं आई ।
प्रिया ने शिविका के सामने वाली चेयर पर बैठते हुए कहा - ये अच्छा है। मैं कॉलेज आने वाली ही नहीं थी। तेरे बुलाने पर आई हूं और तू उल्टा मुझे ही सुना रही है। क्या बात है ? प्रिया के इस तरह बोलने पर शिविका मायूस होकर गई। उसने धीरे से कहा - आई एम सॉरी।
प्रिया ने जब उसे उदास देखा तो सीरियस होकर पूछा - रिलैक्स शिविका मैं तो बस मज़ाक कर रही थी। तू इतनी उदास क्युं हो गई? अन्वय ने फिर से कुछ किया क्या ? या फिर तेरे घरवालों ने कोई तमाशा किया ?
शिविका ने अन्वय का नाम सुना तो उसकी आंखें नम हो गई। उसने भरे गले से कहा - प्रिया मुझे अन्वय से शादी नहीं करनी । प्रिया ने चिढ़कर कहा - हां तो मैं तो कब से कह रही हूं कि तू उससे शादी मत कर। लेकिन तू मेरी बात सुनती ही नहीं। और ऊपर से तेरी वो फैमिली जो ज़बरदस्ती तेरे पीछे पड़ी हुई है। वैसे अब क्या किया उसने ?
प्रियाके सवाल पर शिविका चुप हो गई। प्रिया ने उसके हाथ पर अपनी हाथ रखकर कहा - क्या बात है शिविका , कुछ हुआ है क्या ? शिविका नेगहरी सांस लेकर कहा - कल वो अपनी सारी हदें पार करने वाला था। ये सुनकर तो प्रिया सन्न रह गई।
उसने हैरानी से पूछा - तो क्या वो अपने मकसद में कामयाब हो गया ? शिविका ने ना में अपनी गर्दन हिला दी और कल रात जो कुछ भी हुआ था वो प्रिया को बता दिया । सिवाय अध्याय और उसके वन नाइट स्टैंड को छोड़कर।
शिविका की बात सुनकर प्रिया ने गहरी सांस लेकर कहा - चलो कम से कम तू उसके प्लान से बच गई। शिविका ने मायूसी से कहा - बिल्कुल नहीं। प्रिया ने हैरान होकर कहा - लेकिन अभी तो तूने कहा ना कि तू वहां से निकल गई थी।
शिविका ने आंखों में आंसू भरकर कहा - लेकिन वहां से निकलकर मैं दूसरे कमरे में पहुंच गई। इसके बाद उसने प्रिया को कल रात के बारे में बताया । बस उसने अध्याय का नाम नहीं बताया क्युंकि ये बात तो वो खुद भी नहीं जानती थी। उसकी बात सुनकर प्रिया तो शॉक्ड रही गई।
क्या अध्याय शिविका के बारे में पता लगा पाएगा ?
इतनी घटिया हरकत के बाद शिविका अन्वय से शादी के लिए तैयार होगी या नहीं ?
क्युं ज़बरदस्ती कर रही है शिविका की फैमिली उसके साथ ?
क्या होगा जब शिविका एक बार फिर से अध्याय के सामने जाएगी ?
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